शुक्रवार देर रात मोरक्को morocco के पर्यटन स्थल मराकेश के दक्षिण-पश्चिम में एक पहाड़ी क्षेत्र में आए भूकंप में अभी तक 1,000 लोग मारे गए और 1200 लोग घायल है, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। सैनिकों और आपातकालीन सेवाओं को दूर-दराज के पहाड़ी गांवों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ा है, जहां अभी भी हताहतों के फंसे होने की आशंका है। लोगो द्वारा भेजे गए वीडियो से मोरक्को भूकंप की भयावह को देखा जा सकता है जिसमें इमारतें मलबे और धूल में तब्दील होती दिखाई दे रहीं हैं। भूवैज्ञानिकों ने बताया कि भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 6.8 बताया है। यूनेस्को की ऐतिहासिक विश्व धरोहर स्थल मराकेश में पुराने शहर को घेरने वाली प्रसिद्ध लाल दीवारों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए।
मोरक्को भूकंप उत्तरी अफ़्रीकी साम्राज्य में अब तक का सबसे तेज़ भूकंप
यह उत्तरी अफ़्रीकी साम्राज्य में आया अब तक का सबसे तेज़ भूकंप था। विशेषज्ञों ने इसे 120 वर्षों में आया सबसे बड़ा भूकंप बताया। जहाँ विनाशकारी भूकंप दुर्लभ होते हैं, वहां इमारतों का निर्माण पर्याप्त मजबूती से नहीं किया जाता है। इसलिए जब भूकंप आता है तब इमारतें ढह जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग हताहत होते हैं।
अल्जीरिया ने मोरक्को भूकंप सहायता उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोला
अल्जीरिया भूकंप प्रभावित मोरक्को के लिए मानवीय सहायता ले जाने वाले विमानों को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति देगा। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में, अल्जीरियाई अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने भूकंप से प्रभावित मानवीय सहायता और घायलों को ले जाने वाली उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र खोलने का फैसला किया है। अल्जीरिया ने अपने लंबे समय तक राजनयिक संबंधों में खटास के बाद सितंबर, 2021 में मोरक्को के सभी उड़ानों पर दो साल तक प्रतिबंध लगा दिया था।
मोरक्को भूकंप पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एफिल टावर की लाइटें अंधेरे में रहेंगी
रात 11 बजे एफिल टॉवर की लाइटें बंद हो जाएंगी। मोरक्को के भूकंप के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार को, एजेंस फ्रांस प्रेसे ने पेरिस सिटी हॉल का हवाला देते हुए रिपोर्ट दी।
मोरक्को भूकंप त्रासदी पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि ‘मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।’